ठाणे, 11 जुलाई। School Menstruation Incident : महाराष्ट्र के ठाणे जिले के एक निजी स्कूल में जो बच्चियों को भविष्य की दिशा देने का स्थान होना चाहिए, वहां ऐसा कृत्य हुआ जिसने समाज को हिला कर रख दिया। मंगलवार को एक निजी स्कूल में उस वक्त सनसनी फैल गई जब वहां पढ़ने वाली छात्राओं से मासिक धर्म के नाम पर उनके कपड़े उतरवाए गए और कथित तौर पर उनके शरीर की जांच की गई।
शर्मनाक यह है कि यह सब सिर्फ इसलिए किया गया क्योंकि शौचालय और फर्श पर खून के कुछ धब्बे मिल गए थे। यह कदम न सिर्फ अवैधानिक था बल्कि यह छात्राओं की निजता और गरिमा के खिलाफ था।
सूत्रों के अनुसार, छात्राओं को हॉल में इकट्ठा कर उनसे सीधे-सीधे सवाल पूछे गए कि उनमें से कौन मासिक धर्म में (School Menstruation Incident)है। जिन्होंने इनकार किया, उन्हें जबरन शौचालय में ले जाकर जांचा गया।
माता-पिता में रोष, समाज में उबाल (School Menstruation Incident)
यह सुनकर माता-पिता स्तब्ध रह गए। बुधवार को अभिभावकों ने स्कूल में प्रदर्शन किया और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
कानूनी शिकंजा कस चुका है
स्कूल प्रबंधन और संबंधित कर्मचारियों पर कई संगीन धाराओं में केस दर्ज हुआ है। जिनमें छात्राओं के साथ की गई जबरदस्ती, मानसिक उत्पीड़न और उनके शरीर की जांच जैसे मामलों को लेकर कार्रवाई की जा रही है।
सवाल कई हैं, जवाब एक भी नहीं
किसने यह निर्णय लिया? क्यों लड़कियों को ऐसे अपमानित किया (School Menstruation Incident)गया? क्या स्कूल में संवेदनशीलता की शिक्षा केवल किताबों तक सीमित है?