Gwalior News: मरने के बाद भी मुर्दे को सुकून नहीं! मुक्तिधाम में जलभराव, परिजनों ने सड़क पर किया शव का अंतिम संस्कार

CG Express
Gwalior News

ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर से एक बेहद शर्मनाक और विचलित कर देने वाली तस्वीर सामने आई है, जिसने स्थानीय प्रशासन की लापरवाही पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मुरार क्षेत्र के धनेली गांव में स्थित मुक्तिधाम में भारी जलभराव के चलते ग्रामीणों को सड़क किनारे ही अपने परिजन का अंतिम संस्कार करने को मजबूर होना पड़ा। यह घटना मंगलवार (29 जुलाई 2025) को हुई, जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद प्रशासन हरकत में आया है।

अंतिम संस्कार में झेलनी पड़ी परेशानी

मुरार तहसील क्षेत्र में बीते दिनों हुई मूसलाधार बारिश ने जगह-जगह जलभराव के हालात पैदा कर दिए हैं, लेकिन सबसे विकट स्थिति गांवों के मुक्तिधामों में देखने को मिल रही है। धनेली गांव के मुक्तिधाम की हालत तो बद से बदतर हो गई है। इसे सड़क किनारे निचले क्षेत्र में बनाया गया है, जिसके चलते बारिश का पूरा पानी मुक्तिधाम में भर गया है। आलम यह है कि पूरे परिसर में छोटी-छोटी झाड़ियां और पेड़-पौधे उग आए हैं, जिससे यह किसी जंगल से कम नहीं लग रहा।

इन्हीं विपरीत परिस्थितियों के बीच गांव के निवासी लज्जाराम का निधन हो गया। जब ग्रामीण और परिवारजन मंगलवार को उनका अंतिम संस्कार करने मुक्तिधाम पहुंचे, तो वहां का मंज़र देखकर सन्न रह गए। पूरा मुक्तिधाम पानी से लबालब भरा था, जिससे दाह संस्कार कर पाना असंभव था। मजबूरन, उन्हें लज्जाराम का अंतिम संस्कार मुख्य सड़क किनारे ही करना पड़ा। बुधवार को अंतिम संस्कार से जुड़ी आगे की प्रक्रिया (जैसे अस्थि संचय) भी उन्हें सड़क किनारे ही पूरी करनी पड़ी, जो मानवीय संवेदनाओं को झकझोर देने वाली घटना है।

ये भी पढ़ें- Malegaon Bomb Blast Case: बड़ी खबर! मालेगांव ब्लास्ट केस में कोर्ट का बड़ा फैसला, साध्वी प्रज्ञा समेत सभी 7 आरोपी बरी 

 

शिकायत के बाद भी प्रशासन मौन

गांव के ही निवासी राजेंद्र गोस्वामी ने इस शर्मनाक मंज़र का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शासन-प्रशासन के जिम्मेदारों तक पहुंचाया है। गोस्वामी का आरोप है कि धनेली गांव के मुक्तिधाम की स्थिति लंबे समय से खराब है। मुक्तिधाम का टीनशेड टूट चुका है, और चबूतरा भी जर्जर हो चुका है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में स्थानीय जनप्रतिनिधियों से लेकर जिले के उच्च अधिकारियों तक कई बार शिकायतें की जा चुकी हैं, लेकिन किसी ने भी इसकी सुध नहीं ली। यह लापरवाही तब सामने आई जब ग्रामीण अपने एक परिजन का अंतिम संस्कार भी ठीक से नहीं कर पाए।

Share This Article