Korba Well Collapse Accident कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में कुआं धंसने से मलबे में दबे तीन लोगों की मौत हो गई है। बीते 26 घंटे से तीनों 25 फीट गहराई में दबे हुए थे। यह हादसा बीते दिन 29 जुलाई को हुआ था। स्थानीय लोगों ने बताया कि, पहले पिता फिर मां-बेटे की लाश मिली।इस घटना के बाद गांव में मातम पसरा है। परिजन के आंसू नहीं रुक रहे हैं।
जानकारी के अनुसार घटना के बाद रात ढाई बजे तक SDRF ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया, लेकिन बारिश होने और मिट्टी धंसने के कारण इसे बीच में ही रोकना पड़ा था। आज सुबह से फिर अभियान चलाया गया। कुएं के समानांतर (पैरेलल) में खुदाई कर लाशें निकाली गईं।
ये है पूरा मामला
29 जुलाई की सुबह बनवार गांव में पति-पत्नी और उनका बेटा मोटर पंप निकालने की कोशिश कर रहे थे तभी अचानक कुआं धंस गया था। कुएं के मलबे में तीनों दब गए थे। घर पर मौजूद भाई-बहन ने पुलिस को बताया कि जब वे सुबह उठे तो उन्होंने कुआं धंसा हुआ पाया।बड़े भाई, मां और पिता लापता थे। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। उच्च अधिकारियों को सूचना देकर आपदा प्रबंधन टीम को बुलाया गया। 2 महीने पहले ही कुआं खुदवाया गया था।
SDRF और कोरबा पुलिस की टीमें घटनास्थल पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन में जुट गई थी। JCB मशीनों और अन्य उपकरणों की मदद से मलबा हटाने का काम शुरू किया गया। चौकी प्रभारी ने बताया कि परिजनों से पूछताछ में पुष्टि हुई है कि तीन लोग मलबे में दबे हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन को तेज करने के लिए उच्च अधिकारियों को सूचित कर अतिरिक्त संसाधन मंगाए गए।
दो महीने पहले खोदा था कुआं
Korba Well Collapse Accident परिवार ने पुलिस को बताया कि कुआं दो महीने पहले खोदा गया था। दो दिन पहले पास के खेत में भी जमीन धंसने की घटना हुई थी, जो क्षेत्र में मिट्टी की अस्थिरता का संकेत देती है। चौकी प्रभारी चंद्रपाल खांडे ने कहा कि यह हादसा अप्रत्याशित था, लेकिन बारिश और मिट्टी की कमजोरी ने स्थिति को और गंभीर बना दिया।