India US economic ties : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने उम्मीद जताई है कि भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील जल्द होगी और टैरिफ कम रखे जाएंगे। ट्रम्प ने मीडिया से बातचीत में कहा कि भारत के साथ डील “कुछ अलग” होगी और इससे दोनों देशों को फायदा होगा।
भारत की दो अहम शर्तें (India US economic ties)
- भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने ट्रेड डील को लेकर दो शर्तें स्पष्ट की हैं
- भारत पर अमेरिकी टैरिफ 10% से अधिक नहीं होना चाहिए।
- भारतीय MSMEs (लेदर, गारमेंट, जेम्स-जूलरी, फार्मा सेक्टर) को अमेरिकी बाजार में बेहतर पहुंच मिले।
- भारत चाहता है कि 2019 तक लागू GSP (Generalized System of Preferences) की तर्ज पर भारतीय उत्पादों को ज़ीरो टैरिफ कैटेगरी में शामिल किया जाए।
रक्षा समझौते में भी प्रगति
अमेरिकी रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत-अमेरिका के बीच लंबित डिफेंस डील्स पर जल्द हस्ताक्षर होंगे। 10 साल के एक नए रक्षा समझौते पर भी बातचीत अंतिम चरण में है। इससे सैन्य सहयोग और बढ़ेगा।
बड़ी डील की ओर पहला कदम
दोनों देश इस डील को 2030 तक प्रस्तावित 500 अरब डॉलर (₹43 लाख करोड़) के बिलेटरल ट्रेड एग्रीमेंट (BTA) की पहली कड़ी मानते हैं। सितंबर-अक्टूबर तक अंतिम हस्ताक्षर संभव हैं।
भारत ने कुछ अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ घटाने की घोषणा की है। अब अमेरिका से भी साझा कदम की उम्मीद है। (India US economic ties)
डील नहीं बनी, तो भारत पर 26% टैरिफ
अगर 9 जुलाई तक समझौता नहीं होता, तो भारत पर ट्रम्प द्वारा अप्रैल में लगाए गए 26% टैरिफ फिर से लागू हो जाएंगे। ट्रम्प प्रशासन ने इन टैरिफ्स को 90 दिनों के लिए सस्पेंड किया था, जो अब समाप्त होने वाला है।
जेपी मॉर्गन की रिपोर्ट के अनुसार, टैरिफ लागू रहे तो अमेरिकी उपभोक्ताओं पर 7 लाख करोड़ रुपए का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। (India US economic ties)