Gaurav Gogoi Lok Sabha Speech नई दिल्लीः लोकसभा में सोमवार को ऑपरेशन सिंदूर और सीजफायर पर चर्चा जारी है। विपक्ष ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश की और एक के बाद एक कई सवाल दागे। कांग्रेस की ओर से पार्टी सांसद गौरव गोगोई ने चर्चा की शुरुआत की। ऑपरेशन सिंदूर पर बहस में बोलते हुए कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि राजनाथ सिंह जी ने बहुत सारी जानकारी दी, लेकिन रक्षा मंत्री के रूप में उन्होंने कभी यह उल्लेख नहीं किया कि कैसे पाकिस्तान से आतंकवादी पहलगाम पहुंचे और 26 लोगों को मार डाला। राष्ट्र के हित में ये सवाल पूछना हमारा कर्तव्य है।
PAK घुटने टेकने के लिए तैयार था तो पीएम रुके क्यों: गोगोई
गौरव गोगोई ने अपने भाषण की शुरुआत यह कहते हुए की कि पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद कुछ ताकतें गलत सूचना फैलाने के लिए काम कर रही थीं। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहलगाम हमले के समय सऊदी अरब की अपनी यात्रा पूरी करने के बाद बिहार में राजनीतिक भाषण दिया, बजाय इसके कि तुरंत प्रभावित क्षेत्र का दौरा करें। उन्होंने कहा, ‘केवल हमारे नेता राहुल गांधी ही प्रभावित लोगों से मिलने वहां गए थे, जबकि सत्तारूढ़ गठबंधन के सदस्य उन्हें चुप कराने की कोशिश कर रहे थे।’ ऑपरेशन सिंदूर पर बहस के दौरान लोकसभा में बोलते हुए कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा, ‘पूरा देश और विपक्ष पीएम मोदी का समर्थन कर रहा था। अचानक 10 मई को हमें पता चला कि युद्धविराम हो गया है। क्यों? हम पीएम मोदी से जानना चाहते हैं कि अगर पाकिस्तान घुटने टेकने को तैयार था, तो आप रुके क्यों और किसके सामने आत्मसमर्पण किया? अमेरिकी राष्ट्रपति ने 26 बार कहा है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान को युद्धविराम की घोषणा करने के लिए मजबूर किया। हम आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से जानना चाहते हैं कि हमारे कितने लड़ाकू विमान गिराए गए। हमें यह बात सिर्फ जनता को ही नहीं, बल्कि अपने जवानों को भी बतानी होगी, क्योंकि उनसे भी झूठ बोला जा रहा है।’
Read More : सरकार फिर बढ़ा सकती है कर्मचारियों का महंगाई भत्ता, रक्षाबंधन से पहले मिल सकता है तोहफा
कितने विमान गिरे? गौरव गोगोई ने पूछा
Gaurav Gogoi Lok Sabha Speech लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गोगोई ने कहा कि सरकार को बताना चाहिए कि आखिर अचानक ऑपरेशन सिंदूर क्यों रोक दिया गया। उन्होंने कहा कि 90 दिन बीत जाने के बाद भी 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या करने वाले आतंकी गिरफ्त से बाहर हैं। उन्होंने सीडीएस समेत कुछ सैन्य अधिकारियों के बयानों का उल्लेख करते हुए कहा कि यह जानकारी दी जानी चाहिए कि पाकिस्तान के साथ सैन्य टकराव में कितने विमान गिरे क्योंकि यह जानकारी सिर्फ जनता नहीं, बल्कि जवानों के लिए भी जरूरी है।