बिलासपुर। Chhattisgarh Exam Scam : राज्य में हाल ही में आयोजित पीडब्ल्यूडी भर्ती परीक्षा में हाईटेक नकल के मामले ने जोर पकड़ लिया है। इस मुद्दे को लेकर एनएसयूआई ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपते हुए सीबीआई जांच और परीक्षा को पूरी तरह से निरस्त करने की मांग की है। संगठन का आरोप है कि यह नकल कोई साधारण कृत्य नहीं, बल्कि एक सुनियोजित रैकेट का हिस्सा है, जो राज्य के परीक्षा तंत्र की नींव को ही हिला देने वाला है।
माइक्रो कैमरा, बॉडी सेंसर, ब्लूटूथ…हाईटेक गैजेट के साथ पकड़ी गई युवती(Chhattisgarh Exam Scam)
एनएसयूआई के दावे के मुताबिक 13 जुलाई 2025 को आयोजित परीक्षा के दौरान, बिलासपुर के एक केंद्र में एक परीक्षार्थी को बेहद उन्नत तकनीकी उपकरणों के साथ रंगे हाथों पकड़ा गया। इन उपकरणों में माइक्रो कैमरा, बॉडी सेंसर और ब्लूटूथ डिवाइस शामिल थे, जिनका इस्तेमाल परीक्षा में उत्तर बताने के लिए किया जा रहा (Chhattisgarh Exam Scam)था। लेकिन सबसे चिंताजनक बात यह रही कि इतनी बड़ी अनियमितता के बावजूद परीक्षा केंद्र पर तैनात पुलिस ने तुरंत कोई एफआईआर दर्ज नहीं की। मामला तब दर्ज हुआ जब एनएसयूआई ने दबाव बनाया।
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सिर्फ परीक्षा नहीं, पूरे सिस्टम पर सवालिया निशान
एनएसयूआई का कहना है कि यह मामला सिर्फ एक केंद्र तक सीमित नहीं है। इस परीक्षा में 40 से ज्यादा केंद्र शामिल थे, ऐसे में पूरी परीक्षा की शुचिता संदेह के घेरे में है। संगठन ने आशंका जताई है कि यह रैकेट राज्यस्तरीय है और इसमें ऊंचे पदों पर बैठे लोगों की संलिप्तता से इंकार नहीं किया जा (Chhattisgarh Exam Scam)सकता। बताया गया कि शुरुआती जांच के बाद एक फोन कॉल के चलते जांच रोक दी गई, जिससे संदेह और भी गहरा गया।
प्रदर्शन में कांग्रेस नेताओं की मौजूदगी, चेतावनी भी दी(Chhattisgarh Exam Scam)
जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय पांडेय, प्रमोद नायक, महिन गंगोत्री और एनएसयूआई पदाधिकारियों ने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ प्रदर्शन किया। चेतावनी दी गई कि यदि सरकार ने शीघ्र निष्पक्ष जांच के आदेश नहीं दिए, तो राज्यभर में उग्र आंदोलन किया जाएगा।
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NSUI की प्रमुख मांगें:
CBI से हो जांच, ताकि निष्पक्षता बनी रहे और कोई प्रभाव न डाले।
पूरी परीक्षा हो रद्द, क्योंकि पूरे सिस्टम की विश्वसनीयता पर प्रश्नचिन्ह लग चुका (Chhattisgarh Exam Scam)है।
शीघ्र कार्रवाई न हुई तो राज्यव्यापी आंदोलन किया जाएगा।