Beetroot Nutrition Facts : चुकंदर यानी बीटरूट एक सुपरफूड के रूप में जाना जाता है, जो शरीर को अंदर से साफ़ करता है, खून बढ़ाता है और एनर्जी का नैचुरल स्रोत है। लेकिन अक्सर लोगों के मन में यह सवाल उठता है – क्या बीटरूट कच्चा खाना बेहतर है या उबालकर? एक्सपर्ट्स की मानें तो दोनों तरीकों से चुकंदर खाना सेहतमंद है, लेकिन हर तरीके के अपने कुछ फायदे और सीमाएं होती हैं।

क्यों ज़रूरी है बीटरूट? Beetroot Nutrition Facts
चुकंदर में फाइबर, फोलेट, आयरन, पोटेशियम, और विटामिन C भरपूर मात्रा में होता है। यह ब्लड प्रेशर कंट्रोल करता है, हार्ट को हेल्दी रखता है, पाचन बेहतर करता है और स्किन ग्लोइंग बनाता है। इसके अलावा, यह शरीर में खून की कमी यानी एनीमिया को दूर करने में भी मददगार (Beetroot Nutrition Facts)है।
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कच्चा बीटरूट: पोषण का पावरहाउस
- कच्चा चुकंदर पोषण से भरपूर होता है।
- इसमें एंटीऑक्सीडेंट (बीटालेन) और विटामिन C की मात्रा ज़्यादा होती है।
- यह डिटॉक्स करने में मदद करता है और इम्यून सिस्टम को बूस्ट करता है।
- इसमें मौजूद नाइट्रेट्स शरीर की ऑक्सीजन क्षमता और स्टैमिना बढ़ाते (Beetroot Nutrition Facts)हैं।
- फिटनेस फ्रीक्स इसे जूस या सलाद के रूप में लेना पसंद करते हैं।
उबला हुआ बीटरूट: पेट के लिए हल्का और फायदेमंद
- उबालने से बीटरूट का फाइबर नरम हो जाता है, जिससे यह आसानी से पचता है।
- पोटेशियम, मैग्नीशियम और आयरन जैसे खनिज पकाने के बाद भी बने रहते हैं।
- इसका स्वाद भी थोड़ा मीठा और मुलायम हो जाता है, जिससे बच्चे और बुज़ुर्ग इसे आसानी से खा सकते हैं।
- यह उन लोगों के लिए अच्छा है जिन्हें पाचन की दिक्कत (Beetroot Nutrition Facts)है।
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तो कौन-सा तरीका है बेहतर?
अगर आपको रॉ डाइट पसंद है और ज्यादा पोषण चाहिए तो कच्चा चुकंदर बेहतर रहेगा। लेकिन अगर पेट सेंसिटिव है या आप कुछ हल्का और डाइजेस्टिव चाहते हैं, तो उबला हुआ चुकंदर ज़्यादा फायदेमंद होगा।
डायटीशियन मानते हैं कि अगर आप बीटरूट का पूरा फायदा लेना चाहते हैं तो हफ्ते में 3-4 बार इसका सेवन जरूर करें – कभी कच्चा, कभी उबालकर। इससे शरीर को बैलेंस्ड न्यूट्रिशन मिलेगा और हेल्थ में धीरे-धीरे पॉजिटिव बदलाव दिखने लगेंगे।