नई दिल्ली, 9 जुलाई| Army constable Opium Smuggling : देश की रक्षा की जिम्मेदारी लिए वर्दी पहनने वाला एक जवान खुद ही समाज का दुश्मन बन गया। बालोतरा (राजस्थान) का रहने वाला सेना का कॉन्स्टेबल गोधुराम, छुट्टी लेकर न सिर्फ ड्यूटी से गायब रहा, बल्कि अपनी गर्लफ्रेंड के साथ मिलकर अंतरराज्यीय अफीम तस्करी का रैकेट चलाता रहा। दिल्ली पुलिस ने हाल ही में गोधुराम को उसकी गर्लफ्रेंड देवी और साथी पीराराम के साथ गिरफ्तार किया है। तीनों को एक क्रेटा कार से पकड़ा गया, जिसमें 18 पैकेट अफीम और जवान की लाइसेंसी पिस्टल बरामद की गई।
तस्करी का “लव ट्रैप”(Army constable Opium Smuggling)
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि जवान ने तस्करी की हर ट्रिप में अपनी गर्लफ्रेंड को भी साथ रखना शुरू किया, ताकि पुलिस को गच्चा दे सके। इसके बदले वह उसे ₹50,000 प्रति ट्रिप देता था।
आरोपी इंस्टाग्राम पर भी काफी एक्टिव था, जहां वह रील्स के जरिए अपने “लाइफस्टाइल” का दिखावा करता था।
अमीरी की चाहत बनी गिरफ़्तारी की वजह(Army constable Opium Smuggling)
गोधुराम को तस्करी का आइडिया भागीरथ नामक एक तस्कर की ऐशो-आराम की जिंदगी देखकर आया था। उसने पहले मणिपुर से जोधपुर तक माल पहुंचाने का काम शुरू किया, जिसमें उसे ₹3 लाख प्रति खेप मिलते थे। बाद में वह श्रवण विश्नोई नामक बड़े तस्कर के लिए काम करने लगा। गिरफ्तारी से पहले वह 23 लाख की अफीम मणिपुर से लेकर आया था, जिसमें से 8 किलो दिल्ली और 10 किलो जोधपुर डिलीवर करनी थी।
सेना से लापता, सिस्टम से बाहर(Army constable Opium Smuggling)
जानकारी के मुताबिक गोधुराम गुजरात के कच्छ जिले में पोस्टेड था। फरवरी 2024 में वह तीन महीने की छुट्टी पर आया और फिर नौकरी पर लौटा ही नहीं। सेना की ओर से उसके खिलाफ अब तक क्या कार्रवाई हुई है, यह स्पष्ट नहीं है।