Axiom-4 India mission: भारत के अंतरिक्ष नायक शुभांशु शुक्ला की ऐतिहासिक वापसी, मंत्री बोले… ‘भारत ने अंतरिक्ष में स्थायी स्थान बना लिया’

Umesh Sahu

Axiom-4 India mission: नई दिल्ली। भारत ने एक ऐतिहासिक अंतरिक्ष क्षण को चिह्नित करते हुए ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की सफल वापसी का जश्न मनाया है, जो Axiom-4 अंतरिक्ष मिशन के तहत अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से लौटे हैं। केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने इसे “भारत के लिए गर्व” और “विश्व के लिए प्रेरणा” बताया।

Axiom-4 India mission
Axiom-4 India mission: भारत के अंतरिक्ष नायक शुभांशु शुक्ला की ऐतिहासिक वापसी, मंत्री बोले… ‘भारत ने अंतरिक्ष में स्थायी स्थान बना लिया’

उन्होंने कहा, “भारत माता का एक यशस्वी सपूत वापस आ गया है। भारत ने अंतरिक्ष की दुनिया में एक स्थायी स्थान बना लिया है।”

✨ Axiom-4 India mission की उपलब्धि

ग्रुप कैप्टन शुक्ला भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री बने, जिन्होंने वाणिज्यिक मिशन Axiom-4 के हिस्से के रूप में ISS की यात्रा की। SpaceX के ड्रैगन कैप्सूल ‘Grace’ के जरिए वे मंगलवार दोपहर 3 बजे (भारतीय समय) प्रशांत महासागर में सुरक्षित लौटे। उनका मिशन कुल 18 दिन का रहा, जिसमें 22.5 घंटे की वापसी यात्रा शामिल थी।

🌐 भारत की बढ़ती वैश्विक भागीदारी

डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा, “यह मिशन  (Axiom-4 India mission)भारत के अंतरिक्ष विज्ञान में तेजी से उभरते योगदान का प्रतीक है। ये ऐसे प्रयोग हैं जो पहले कभी नहीं किए गए। यह भारत की वैज्ञानिक और तकनीकी आकांक्षाओं के लिए एक नया युग है।”

Axiom-4 के अन्य सदस्यों में अमेरिका की पैगी व्हिटसन, पोलैंड की स्लावोज़ उज़्नान्स्की-विस्नीव्स्की और हंगरी के टिबोर कापू शामिल थे।

🩺 क्वारंटीन और अगला चरण

अब चारों अंतरिक्ष यात्री 23 जुलाई तक क्वारंटीन में रहेंगे, जिसके बाद 24 जुलाई से ISRO, Axiom और NASA के साथ डीब्रीफिंग शुरू होगी।

डॉ. सिंह ने बताया कि शुक्ला 17 अगस्त के आसपास भारत लौट सकते हैं।

🌍 ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की अंतरिक्ष में अभिव्यक्ति

प्रधानमंत्री मोदी के ‘वसुधैव कुटुंबकम’ विजन का ज़िक्र करते हुए डॉ. सिंह ने कहा कि यह मिशन (Axiom-4 India mission) भारत की वैश्विक वैज्ञानिक सहयोग की प्रतिबद्धता को दिखाता है। “यह केवल एक वैज्ञानिक उपलब्धि नहीं, बल्कि मानवता की साझा यात्रा में भारत की भागीदारी का प्रतीक है,” उन्होंने कहा।

🚀 गगनयान और आगे का रास्ता

इस मिशन (Axiom-4 India mission) के अनुभव से भारत के आगामी गगनयान मिशन और वैश्विक मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रमों में भारत की भूमिका और भी सशक्त होगी। यह केवल एक वापसी नहीं, बल्कि भविष्य की अंतरिक्ष साझेदारियों की नींव है।

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