गुरुग्राम| Radhika Yadav Murder Case : हरियाणा के गुरुग्राम में पूर्व राज्य स्तरीय टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या अब एक सीधा गोलीकांड नहीं, बल्कि एक प्लांड फैमिली मर्डर के रूप में सामने आ रही है। राधिका की करीबी दोस्त हिमांशिका सिंह के सनसनीखेज खुलासे ने पूरे मामले को नई दिशा दे दी है।
तीन दिन पहले से रची जा रही थी साजिश, पापा लाए थे पिस्टल
हिमांशिका के अनुसार, राधिका की हत्या कोई अचानक गुस्से का नतीजा नहीं, बल्कि तीन दिनों से सोच-समझकर रची गई प्लानिंग का अंजाम है।
पिता दीपक यादव ने खुद पिस्टल मंगवाई थी।
भाई को जानबूझकर बाहर भेजा गया।
मां को दूसरे कमरे में कर दिया गया (Radhika Yadav Murder Case)अलग।
सभी किरदार अपनी-अपनी भूमिका में सेट थे — और राधिका… एक शिकार।
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“वीडियो बनाने का शौक था, पर परिवार था सख्त” – दोस्त हिमांशिका का बयान
हिमांशिका ने बताया कि राधिका को वीडियो शूटिंग का बहुत शौक था लेकिन उसके परिवार को ये बिल्कुल पसंद नहीं था। राधिका पर लगातार नज़र रखी जाती थी, उस पर कई तरह के पाबंदियाँ थीं।
वह बताती हैं – “हम साथ में खेलते थे, उसके सपने बहुत बड़े थे। मगर घरवाले… जैसे वो आज़ाद सांस लेने भी नहीं देते थे।”
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में विरोधाभास: गोली सामने से या पीछे से?( Radhika Yadav Murder Case)
राधिका के पिता ने पुलिस को बताया था कि उन्होंने पीछे से गोलियां चलाईं, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार राधिका के सीने में सामने से चार गोलियां मारी गईं।
यह स्पष्ट विरोधाभास अब केस को और उलझा रहा है। जांच एजेंसियों को शक है कि सच्चाई को छिपाने की कोशिश की गई है।
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राधिका – वो जो हारी नहीं थी, पर हार दी गई
राधिका, एक प्रतिभाशाली टेनिस खिलाड़ी, जिसने चोट लगने के बावजूद हार नहीं मानी और बच्चों को ट्रेनिंग देना शुरू किया। हालांकि, पुलिस के अनुसार राधिका की अपनी कोई अकादमी नहीं (Radhika Yadav Murder Case)थी, बल्कि वह अलग-अलग कोर्ट बुक कर खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देती थीं – जो उसके पिता को नागवार गुज़रता था।